रविवार, 27 मार्च 2022

“ सकारात्मक सोच- भ्रातृप्रेम ” कहानी ~ नमः वार्ता

“ सकारात्मक सोच- भ्रातृप्रेम ” कहानी ~ नमः वार्ता
🔆💥 जय श्री राम 🔆💥

 सकारात्मक सोच- भ्रातृप्रेम 

एक दिन संध्या के समय सरयू के तट पर तीनों भाइयों संग टहलते श्रीराम से महात्मा भरत ने कहा, "एक बात पूछूं भइया?

माता कैकई ने आपको वनवास दिलाने के लिए मंथरा के साथ मिल कर जो षड्यंत्र किया था, क्या वह राजद्रोह नहीं था?

उनके षड्यंत्र के कारण एक ओर राज्य के भावी महाराज और महारानी को चौदह वर्ष का वनवास झेलना पड़ा तो दूसरी ओर पिता महाराज की दुखद मृत्यु हुई। ऐसे षड्यंत्र के लिए सामान्य नियमों के अनुसार तो मृत्युदंड दिया जाता है, पुनः आपने माता कैकई
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