🔆💥 जय श्री राम 🔆💥
“ सहयोग की गुल्लक ” कहानी ~ नमः वार्ता
रिटायर हुए उन्हें अभी अधिक समय नहीं हुआ था । 65 बरस के बाबूजी रिटायर्ड शिक्षक थे । उनकी बातचीत व स्वर में अलग ही रौब दिखता था।
अम्मा तो आठ वर्ष पहले निकल गयीं थीं। परिवार में तीन बेटे बहुएं व कुल सात पोते पोती थे। संयुक्त परिवार था । बाबूजी घर के मुखिया थे , सब उनका कहा मानतें थे ।
बाबूजी अपने पास एक बड़ी सी गुल्लक रखा करते थे । सभी को कठोर आदेश थी कि अपनीं बचत
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