मंगलवार, 11 जनवरी 2022

प्रसादमौर्य5वर्ष के कार्यकालमें विचारधारा मिलाकर वेतन भत्ते मलाई खाते रहे,अब विचारधारा नहीं मिलती है स्मरण हुआ और पार्टी छोड़ दी, यही इनकी सत्य निष्ठा है और भाजपा की मूर्खता... जिनकी विचारधारा नहीं मिलती उसे प्रदेश का मंत्री बना रखा था, अब चुनाव के समय पार्टी के विरोध में हो गया। https://t.co/oI117msteq

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